रविवार, 28 नवंबर 2021

हाइकू

[14/9, 12:43 AM] Sheela Tapadia: हिंदी हमको
पहचान दिलाती
माँ सी लगती

मान रखते
अपनी भाषा का
सम्मान पाते

नजदीकियां
इससे बनी रहे

जल जीवन
निरर्थक न जाय
सोचे सुधर

 शरद - हाइकू 
दुग्ध चांदनी
है बिखरी निखरी 
धवल धरा

सोलह कला
मयंक परोसता 
खीर कटोरा

अमृत रस
शरद ने चखाया
पी हरषाये

चन्द्रमा मिला
चतुर चांदनी से
दिल दे बैठा

नाचे मगन
खुश होके गगन
मीठा मयंक

सुधा बरसा
सुधाकर बटोरे
औंधी लुटिया

 धरा धवल
चान्दनी से नहाई
बिन साबुन

सलिल सुधा
है जीवन प्रदाता
बूंद सहेजे

हम पखेरू
बूंद बूंद सहेजे
सलिल सुधा

नव जागृति
शुभ प्रभात रवि
उषा बालिका

विविध राग
आव्हान है गीतों में
बोल मधुर

नीरव बेला
तेरे स्वरों से भरी
फूलो से मधु

 खूबसूरत
आह ये तेरी आंखे
मृगनयनी

राह निहारूँ
ओह तुम न आये 
मन बेचैन

सलिल सुधा
सरोज सरोवर
सरसे नैन

सलिल सुधा 
सरसे सरोवर
हंस सरोज

 चित्र प्रतीति
पय पद्म पुष्कर
मन लहरी

चित्र प्रतीति
कमल कलकंठ
पोखर वासी

 दुआ आपकी
लेफ्टिनेंट कर्नल
13 दिसम्बर 
पूर्वानुमान
बरसात कहर
उफ दुखद

भविष्यवाणी
नही मिलेगा पानी
हा जानलेवा
अंधेरी रात
लगे भूत बसेरा
सन सन्नाटा

तमिलनाडू
आसमानी आफत
उफ आरही

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