मनोगत
जय श्री कृष्ण
26 जनवरी 15 अगस्त की
भांति साल में 1 दिन हम
माहेश्वरीयों का महेश नवमी
पर्व आता है।
आज ही हम भगवान महेश
माता पार्वती की कृपा से
ऋषियों के श्राप से मुक्त होकर
माहेश्वरी कहलाये।
दिन भर बधाइ शुभकामनाएं
देने में बीत जाता है।
राष्ट्र सुधार की तरह
समाज सुधार पर चर्चा
आम होती है।
बात परिधान और गीतों में
सिमट कर रह जाती है।
आम जनता रैली निकालने सांस्कृतिक प्रोग्राम में
शामिल हो खुश हो जाती है।
आयोजको और प्रयाजको के
कार्यो में वृद्धि हो जाती है।
जय देश और जय महेश के नारों
पब्लिक साथ देती है।
मनोरंजन इन कार्यक्रमो में
खोज ही लेती है।
प्रधान मंत्री और समाज मंत्री की खिंचाई भी कर लेती है।
फोटो सेल्फियों का चलन
मन को खूब भाता है।
सोशल मीडिया भी सभी के
गुण जम के गाता है।
देश बन्धु समाज बंधु
अब कुछ जाग जाओ ।
कुछ योगदान दे ऋण
देश और समाज का चुकाओ।
एकजुटता दूर कर देगी
बुराइयों को समझो मिलो
कदम बढ़ाओ।
देश, समाज से पहचान हमारी
इसको ना भुलाओ।
हित मे इनके कुछ समय लगाओ।
तरक्की और भाईचारे के अनेक
रास्ते खुल जाएंगे ।
सेवा त्याग और सदाचार की बात जब व्यवहार में लाएंगे ।
शीला अशोक तापड़िया
नागपुर
19 जून 2021
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