शनिवार, 26 जून 2021

सूरी

 लाडली सूरी

खुश रहो

देख तुम्हारी चंचलता

मन चहकने लगता है

डगमग जब चलती हो

मन डगमगाने लगता है


नन्हे नन्हें हाथ पांवो को

गाने की धुन में थिरकाती हो

बाहों में ले तुम्हें जी भर 

नाचने का दिल करता है


चलना मुस्कुराना  तुम्हारा

हर अदा पर  बलिहारी है

जल्दी से तुम मिल जाओ

 खूब आती याद तुम्हारी है


प्यार दुलार आशीष तुम्हे है

तुम हो हमारे दिल का गहना

खुश रहो,सदा खिलखिलाते रहना

मेरी प्यारी गुड़िया तुमसे है कहना

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