शनिवार, 26 जून 2021

हौसले

 मन मेरे कर दिखलाओ

 कोशिश कुछ पा जाने की 

  मन चाहा सबको नही मिलता

    राह कठिन मगर नही मुश्किल

      मंजिल अपनी खुद पा जाने की


 हौसले तुम खुद के बढ़ाओ

  रहो ना निर्भर ओरो पर तुम

   कर बुलन्द मन की ताकत को

    अपना सहारा स्वयं आप बनो तुम


 जीवन के इस कैनवास पर

  भर लो रंग  मन मर्जी के तुम

    जियो ओरो को भी जीने देना

      मत भरना रंग खुद गर्जी के तुम

             शीला अशोक तापड़िया

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